दादा जे.पी वासवानी ने इस छाेटी सी पुस्तक में बड़े ही सुंदर ढ़ंग से बताया है pक प्राथ©ना करने के pलये मनुष्य काे pक सीpवशेष हूनुर की ज़रुरत नहीं हाेती । इस केpलये न pशpक्षत हाेना जरुरी है, न पुस्तकांे का ज्ञान चाpहए और ना ही धन सम्पpत्त चाpहए । परमात्मा के pलये एक प्यार भरा तड़पता pदल ही काफी है ।
Detail Description
- ISBN:978-81-207-3136-3
- Author Name:J. P. Vaswani
- Language:Hindi
- Publisher Name:Sterling Publishers
- Binding:Paperback